.. छुपी हुई मेरी काया में राख किसी परवाने की ये मेरा दुखिया जीवन है रूह किसी दीवाने की मन के टूटे तार बजाकर गाऊँ अपने गीत रे मैं पागल मेरा मनवा पागल पागल मेरी प्रीत रे, मैं पागल ... તારું ચાલવું, તારું બોલવું, કાલું ને ઘેલું યાદ છે મારી https://oliverj319fox7.sharebyblog.com/profile